
तरुण जैन : प्रसिद्ध राजनेता व सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता
श्री तरुण जैन हरियाणा राज्य के हिसार शहर के निवासी हैं। उन्होंने राजनेता के रूप में तो विशिष्ट पहचान बनाई ही है, इसके साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी वे अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
नाम : श्री तरुण जैन
जन्म तिथि : 19 नवंबर 1979
जन्म स्थान : उन्नाव (कानपुर, उत्तर प्रदेश)
पत्नी का नाम : श्रीमती मेघा जैन
पिता का नाम : श्री राजेंद्र कुमार जैन (प्रमुख समाजसेवी)
माता का नाम : श्रीमती बिमला जैन (गृहिणी)
भाई का नाम : स्व. श्री नीरज जैन (बड़े भाई)
बहन का नाम : श्रीमती ज्योति गोयल (छोटी बहन)
बहनोई का नाम : श्री मनीष गोयल सीए
– सुश्री ज्योति का विवाह हिसार के प्रेम नगर निवासी श्री अशोक गोयल सीए के पुत्र श्री मनीष गोयल सीए के साथ वर्ष 2006 में हुआ।

तरुण जैन : प्रसिद्ध राजनेता व सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता
श्री तरुण जैन हरियाणा राज्य के हिसार शहर के निवासी हैं। उन्होंने राजनेता के रूप में तो विशिष्ट पहचान बनाई ही है, इसके साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी वे अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
नाम : श्री तरुण जैन
जन्म तिथि : 19 नवंबर 1979
जन्म स्थान : उन्नाव (कानपुर, उत्तर प्रदेश)
पत्नी का नाम : श्रीमती मेघा जैन
पिता का नाम : श्री राजेंद्र कुमार जैन (प्रमुख समाजसेवी)
माता का नाम : श्रीमती बिमला जैन (गृहिणी)
भाई का नाम : स्व. श्री नीरज जैन (बड़े भाई)
बहन का नाम : श्रीमती ज्योति गोयल (छोटी बहन)
बहनोई का नाम : श्री मनीष गोयल सीए
– सुश्री ज्योति का विवाह हिसार के प्रेम नगर निवासी श्री अशोक गोयल सीए के पुत्र श्री मनीष गोयल सीए के साथ वर्ष 2006 में हुआ।
विवाह की तिथि : 2 मई 2005
– रोहतक निवासी प्रमुख समाजसेवी श्री नवीन जैन व श्रीमती सरोज जैन की पुत्री सुश्री मेघा के साथ श्री तरुण जैन का विवाह हुआ। श्री नवीन जैन वर्तमान में वैश्य एजुकेशन सोसायटी (रोहतक) के चेयरमैन हैं।
बच्चों के नाम : बेटी नव्या जैन व अनन्या जैन, बेटा गर्वित जैन (शिक्षाध्ययनरत)
दादा का नाम : स्व. श्री पवन कुमार जैन (ठेकेदार)
दादी का नाम : स्व. श्रीमती विद्या जैन
नाना का नाम : स्व. श्री सूरजभान जैन
नानी का नाम : श्रीमती लक्ष्मी देवी जैन
दादा जी की भूमिका : श्री तरुण जैन के दादा स्व. श्री पवन कुमार जैन (ठेकेदार) अपने जीवनकाल में सामाजिक रूप से काफी सक्रिय रहे। 14 वर्ष तक वे तोशाम ट्रक यूनियन के प्रधान रहे और जनहित के कार्यों में उन्होंने विशेष भूमिका निभाई।
पिता श्री राजेंद्र जैन की सक्रियता : श्री तरुण जैन के पिता श्री राजेंद्र जैन (ठेकेदार व प्रमुख समाजसेवी) कई वर्षों से हिसार के निकटवर्ती गांव खानक में स्टोन क्रेशर का कार्य कर रहे हैं। इसके साथ-साथ सड़क निर्माण के कॉन्ट्रेक्टर के रूप में भी वे काफी वर्षों से सक्रिय हैं। व्यवसाय संभालने के साथ-साथ श्री राजेंद्र जैन सामाजिक व धार्मिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
प्राथमिक शिक्षा :श्री तरुण जैन ने भिवानी के पैतृक गांव तोशाम में स्थित महाराजा अग्रसेन विद्यालय में सातवीं कक्षा तक शिक्षा ग्रहण की।
आठवीं से बारहवीं तक शिक्षा : हिसार की डी सी कॉलोनी में स्थित शांति निकेतन स्कूल में आठवीं से बारहवीं कक्षा तक शिक्षा ग्रहण की।
कॉलेज में शिक्षा : वर्ष 1998 में हिसार के दयानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बी. ए. प्रथम वर्ष में प्रवेश लेकर पढ़ाई की।
व्यवसाय में पदार्पण : श्री तरुण जैन ने वर्ष 2000 से अपने पिता श्री राजेंद्र कुमार जैन का सहयोग करना शुरू कर दिया। उन्होंने रोड कंस्ट्रक्शन कार्य एवं स्टोन क्रेशर पर काम संभाल लिया। व्यावसायिक रूप से श्री तरुण जैन स्टोन क्रेशर, पेट्रोल पंप व गैस एजेंसी का संचालन कर रहे हैं। लगातार समर्पण भाव से व्यवसाय करते हुए श्री तरुण जैन को एहसास हुआ कि जीवन-यापन के लिए व्यवसाय करना ज़रूरी तो है लेकिन इसके साथ-साथ समाज के लिए योगदान भी देना चाहिए।
राजनीति में पदार्पण : हिसार जिले के लिए बेहतर कार्य करने की इच्छा व समाज हित की विचारधारा के चलते श्री तरुण जैन ने वर्ष 2009 में कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर राजनीति में पदार्पण किया और वर्ष 2010 में उन्होंने हिसार विधानसभा से यूथ कांग्रेस का चुनाव लड़ा। खास बात यह रही कि वे इस चुनाव में विजयी हुए और उन्हें हिसार विधानसभा यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंट पद पर आसीन होकर कार्य करने का अवसर मिल गया। इसके बाद श्री तरुण जैन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
यूथ कांग्रेस प्रेसिडेंट : कुशल व्यवहार, विनम्रता, सादगी व समाज हित के कार्य करने की इच्छाशक्ति के बलबूते श्री तरुण जैन एक बार फिर वर्ष 2012 में चुनाव जीतकर हिसार विधानसभा यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंट बनने में कामयाब हुए। इस दौरान सामाजिक गतिविधियां व सक्रियता देखते हुए अग्रवाल समाज ने श्री तरुण जैन को वर्ष 2011 में अग्रवाल वैश्य समाज का हरियाणा प्रदेश का युवा अध्यक्ष नियुक्त किया। इसके बाद श्री तरुण जैन ने हरियाणा की 90 विधानसभा में अग्रवाल समाज को मजबूती प्रदान करने में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने इस पद पर रहते हुए रचनात्मक कार्य करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
इनेलो व जजपा में सदस्यता : कांग्रेस की संकुचित विचारधारा को देखते हुए कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देकर श्री तरुण जैन ने वर्ष 2014 में श्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। श्री तरुण जैन की कार्यशैली देखते हुए उन्हें तुरंत प्रभाव से इनेलो के प्रदेश युवा कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी गई। वर्ष 2018 तक उन्होंने इस दायित्व का बखूबी निर्वहन किया। पारिवारिक विवाद के चलते इंडियन नेशनल लोकदल वर्ष 2018 में ही दो हिस्सों में बंट गई और नई राजनीतिक पार्टी जननायक जनता पार्टी (जजपा) की स्थापना हुई। श्री दुष्यंत चौटाला का साथ देते हुए श्री तरुण जैन जजपा में शामिल हो गए। जजपा में उन्हें हिसार शहरी जिला अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया।
भारतीय जनता पार्टी में सक्रियता : इनेलो का विघटन एवं जजपा की स्थापना के बाद से श्री तरुण जैन के मन में उथल-पुथल मची हुई थी। इसलिए वर्ष 2019 में उन्होंने नई सोच व नई विचारधारा के साथ हरियाणा के भाजपा के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष श्री सुभाष बराला, अंबाला के तत्कालीन विधायक श्री असीम गोयल व नलवा के तत्कालीन विधायक श्री रणबीर गंगवा की उपस्थिति में रोहतक में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसी समय श्री तरुण जैन के साथ उनके बहुत से समर्थक भी भाजपा में शामिल हो गए। कार्यकर्ता के रूप में श्रेष्ठ कार्य करते हुए और विशिष्ट कार्यशैली देखते हुए श्री तरुण जैन को वर्ष 2020 में हिसार जिले का भाजपा कोषाध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया।
भाजपा के हिसार के कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य : भारतीय जनता पार्टी के हिसार के कोषाध्यक्ष नियुक्त होने के बाद श्री तरुण जैन ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल खट्टर द्वारा लागू की गई नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम बखूबी किया है। हरियाणा एक-हरियाणवी एक और सबका साथ-सबका विकास के नारे को चरितार्थ करते हुए श्री तरुण जैन ने समरसता, अखंडता व एकजुटता के लिए लोगों को प्रेरित किया है।
ससुर श्री नवीन जैन की कार्यशैली : श्री तरुण जैन के ससुर श्री नवीन जैन रोहतक के प्रमुख समाजसेवी हैं। रोहतक जैन समाज के प्रेसिडेंट के रूप में वे काफी समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वर्तमान में श्री नवीन जैन रोहतक की वैश्य एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन हैं। खास बात है कि धार्मिक व सामाजिक कार्यों में उनकी विशेष भागीदारी रहती है।
दोस्तों के दोस्त श्री तरुण जैन : बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद श्री तरुण जैन काफी खुश थे लेकिन सहपाठी व परम मित्र कपिल की कंपार्टमेंट आने से वे भी दुखी हो गए। तब कपिल ने तरुण जैन से कहा कि मेरा तो किसी कॉलेज में एडमिशन नहीं होगा। यह बात सुनकर तरुण जैन बोले कि हमें एडमिशन तो इकट्ठे लेना है। इस बात पर कपिल बोला, भाई तरुण तुम भी फिर एक साल ड्रॉप कर दो। तरुण जैन की सादगी और अपनेपन की पराकाष्ठा ही है कि उन्होंने अपना एक साल ड्रॉप कर दिया और अगले वर्ष दोनों मित्रों ने एकसाथ कॉलेज में एडमिशन लिया।
बड़़े भाई नीरज के प्रति स्नेह : श्री तरुण जैन ने बड़े भाई श्री नीरज जैन बचपन से ही बोलने, सुनने व चलने की क्षमता से महरूम रहे। माता-पिता ने हौसला रखते हुए नीरज को संभाला और उसका हरसंभव इलाज करवाया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। तरुण जैन ने भी जब होश संभाला तो उन्होंने भी भाई नीरज की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी। समय की विडंबना देखिए कि वर्ष 2000 में 21 वर्ष की आयु में बड़े भाई का निधन हो गया।
विशिष्ट कार्यों के लिए तरुण जैन को मिला सम्मान : श्री तरुण जैन निरंतर समाज हित के कार्यों में सक्रिय रहते हैं। वैश्य रत्न (हरियाणा), श्रेष्ठ समाजसेवी एवं प्रेरक व्यक्तित्व सहित अनेक उपाधियों व सम्मान से श्री तरुण जैन अलंकृत हो चुके हैं। निरंतर रूप से कार्यक्रमों में भागीदारी करके उन्होंने लोगों के दिलों में विशिष्ट जगह बना ली है। खास बात है कि हर कार्यक्रम में श्री तरुण जैन को उल्लेखनीय कार्यों के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया जाता है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व अन्य प्रकल्पों से जुड़ाव : तरुण जैन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में कार्यकर्ता के रूप में काफी सक्रिय हैं। निरंतर शाखा में जाना और आरएसएस के नियमों की अनुपालना करना उनके कर्म में शामिल है। इसके साथ-साथ भारत विकास परिषद, स्वदेशी जागरण मंच, विश्व हिन्दू परिषद एवं वनवासी कल्याण आश्रम सहित अनेक प्रकल्पों के माध्यम से समाज हित के कार्य कर रहे हैं।